ग़ज़्ज़ा पर लगातार 41 दिनों से जारी क्रूर ज़ायोनी हमलों के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की चुप्पी आखिरकार खत्म हो गई। सुरक्षा परिषद ने मानवीय सहायता के आधार पर युद्ध रोकने का आह्वान किया है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में माल्टा की ओर से पेश प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए ग़ज़्ज़ा के खिलाफ युद्ध रोकने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। खबरों के मुताबिक, सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने ग़ज़्ज़ा पट्टी में चल रहे युद्ध को रोकने और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों की सुरक्षित पहुंच के लिए सीमित समय के लिए शांति स्थापित करने के माल्टा के प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की है। प्रस्ताव में दोनों पक्ष से ग़ज़्ज़ा में नागरिकों और सहायता टीमों को निशाना बनाने से परहेज करने का आग्रह किया गया है।
प्रस्ताव में हमास और अन्य संगठनों द्वारा बंदी बनाए गए ज़ायोनी कैदियों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई का आह्वान किया गया है, और ग़ज़्ज़ा को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए शांति का आह्वान किया गया है।
उधर, इस्राईल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के इस प्रस्ताव की निंदा की और इसे वास्तविकता से दूर बताया है।