अफ़ग़ानिस्तान में एक समावेशी और सभी जातीय समूह और धर्म का प्रतिनिधित्व हो। ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमाम अली रहमान के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान ईरानी राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने कहा कि दोनों देश अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार की स्थापना चाहते हैं जिसमें सभी जातीय समूह और धर्म शामिल हों। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए रईसी ने अमेरिका पर अफगानिस्तान में विनाश, हत्या कत्लेआम और पिछड़ेपन का आरोप लगाया।
ईरानी राष्ट्रपति रईसी ने कहा कि हमारा मानना है कि अफगानिस्तान में एक ऐसी सरकार स्थापित की जानी चाहिए, जो अफगानिस्तान की सभी जातियों, धर्मों और लोगों का प्रतिनिधित्व करे और इस देश की प्रगति की दिशा में स्थायी कदम उठा सके।
वही ताजिक नेता इमाम अली रहमान ने कहा कि बातचीत के दौरान, हमने अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों, विशेष रूप से अफगानिस्तान की स्थिति, फिलिस्तीन मुद्दे और दुनिया के अन्य क्षेत्रों की समस्याओं पर चर्चा की।
हालाँकि तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने अपनी सरकार को समावेशी बताते हुए दोनों देशों से अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने को कहा है।
मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान के आंतरिक मुद्दों को अफगानों पर छोड़ दिया जाना चाहिए और अन्य देशों को इसकी प्रणाली में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, क्योंकि अफगानिस्तान पिछले 40 वर्षों से बाहरी हस्तक्षेप का केंद्र रहा है, जिसका कोई परिणाम नहीं निकला है।