वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा है कि इस्राईल ग़ज़्ज़ा पट्टी के अस्पतालों पर बमबारी करके बीमार, घायल और बेघर फिलिस्तीनियों का नरसंहार कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस्राईली सरकार ने ग़ज़्ज़ा में एक कैथोलिक चर्च और 1,000 साल से अधिक पुरानी मस्जिद को नष्ट करने के साथ फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविरों पर हमला किए।
वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने कहा कि ज़ायोनी सरकार ने पहले फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ और फिर सभी अरब और इस्लामी देशों के साथ-साथ ईसाइयों के खिलाफ नाजीवाद से भी अधिक खतरनाक विचारधारा के बीज बोए हैं।
बता दें कि निकोलस मादुरो ने पहले घोषणा की थी कि इस्राईली सरकार ग़ज़्ज़ामें फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार कर रही है और कराकस ग़ज़्ज़ा पट्टी को मानवीय सहायता प्रदान करेगा।
उन्होंने ग़ज़्ज़ा में युद्ध को समाप्त करने के लिए एक समझौते पर पहुंचने के लिए प्रमुख शक्तियों के एक आपातकालीन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का भी आह्वान किया।
नॉर्वे ने भी इस्राईल पर फ़िलिस्तीनी लोगों का नरसंहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस्राईल ने कहा था कि उसके हमले हमास से लड़ने के लिए हैं, लेकिन हम जो देख रहे हैं वह ग़ज़्ज़ा में 10,000 से अधिक लोगों की मौत है। नॉर्वे के विदेश मंत्री ने कहा कि ग़ज़्ज़ा में जो हो रहा है वह मानवता के लिए शर्मनाक और भयानक है।
नॉर्वे के विदेश मंत्री ने अल जज़ीरा से बात करते हुए कहा, "अगर हमें इसकी परवाह नहीं है कि ग़ज़्ज़ा के लोगों के साथ क्या हो रहा है, तो हम अच्छे लोग नहीं हैं। हम ग़ज़्ज़ा की घटनाओं के बारे में संयुक्त राष्ट्र और अलग अलग देशों से परामर्श कर रहे हैं।
गौरतलब है कि ग़ज़्ज़ा पर इस्राईली हमलों में अब तक 13 हजार से ज्यादा लोग लापता और शहीद हो चुके हैं। शहीदों में कम से कम 4 हजार 237 बच्चे शामिल हैं।