ग़ौरतलब है कि निरंतर जारी रहने वाले इस्राईल के अत्याचारों से मजबूर होकर, फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोधी आंदोलन हमास ने 7 अक्तूबर को अवैध अधिकृत इलाक़ों में अल-अक़सा स्टॉर्म आप्रेशन किया था।
उसके बाद, इस्राईल ने जब देखा कि उसमें फ़िलिस्तीनी लड़ाकों का सामना करने की हिम्मत नहीं है, तो उसने ग़ज़ा की पीड़ित जनता पर भीषण अंधाधुंध बमबारी कर दी, जो आज भी जारी है।
ज़ायोनी सेना ने स्पष्ट रूप से ग़ज़ा में फ़िलिस्तीनियों की नस्लकुशी करते हुए अब तक लगभग 8000 लोगों को शहीद कर दिया है, जिसमें अधिकांश बच्चे और महिलाएं हैं।
ईरान के प्रवक्ता ने रविवार को शहीद और ज़ख़्मी होने वाले फ़िलिस्तीनी बच्चों की तस्वीरों को प्रकाशित करते हुए एक्स पर लिखाः यह तस्वीरें, ग़ज़ा में ज़ायोनी शासन के अपराधों की सिर्फ़ एक झलक भर हैं।