अमेरिकी अखबार "वॉल स्ट्रीट जर्नल" ने आज एक रिपोर्ट में अमेरिकी रक्षा अधिकारियों के हवाले से दावा किया कि पेंटागन ग़ज़्ज़ा पर जमीनी हमले की स्थिति में तल अवीव को 2000 सैनिकों के साथ समर्थन देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
जानकार अधिकारियों ने बताया कि ये सेनाएं फिलहाल मध्य पूर्व और पश्चिम एशिया के बाहर यूरोपीय देशों में हैं। हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं है कि संयुक्त राज्य अमेरिका किन परिस्थितियों में सेना तैनात कर सकता है, लेकिन पेंटागन के फैसले से पता चलता है कि यह देश ग़ज़्ज़ा पर जमीनी हमले की स्थिति में इस्राईली सेना की मदद करने के लिए तैयार है।
पश्चिम एशिया में अमेरिकी सेना के कमांडर जनरल एरिक कोरेला भी अचानक ज़ायोनी अधिकारियों से मिलने के लिए तल अवीव पहुंचे हैं।
वहीं, अमेरिका और पश्चिमी देशों के समर्थन से लगातार निर्दोष फिलिस्तीनियों पर हमले कर रहे इस्राईल को रोकने की ईरानी अधिकारियों की कोशिशों के बाद अब ईरानी लोगों ने भी इस्राईल के खिलाफ मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है।
ग़ज़्ज़ा में निर्दोष बच्चों और महिलाओं के खिलाफ ज़ायोनी शासन के हमलों के बाद, वेबसाइट Alaqsastorm.com पर कुछ युवाओं ने ईरानी लोगों से फिलिस्तीन पर ज़ायोनी कब्जे के खिलाफ लड़ने की अपील करते हुए "मैं भी तुम्हारा प्रतिद्वंद्वी हूं" नारे के साथ रजिस्ट्रेशन कराने की अपील की जिस पर 72 घंटों से भी कम समय में 30 लाख लोगों ने मक़बूज़ा फिलिस्तीन जाकर ज़ायोनी सरकार के खिलाफ लड़ने की इच्छा व्यक्त की। पंजीकरण अभी भी जारी है।