इराक के वरिष्ठ धार्मिक नेता आयतुल्लाह सीस्तानी ने फिलिस्तीन में जारी नरसंहार पर दुख व्यक्त करते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे ग़ज़्ज़ा में जारी क्रूरता के खिलाफ खड़े हों, अन्यथा अवैध राष्ट्र इस्राईल के खिलाफ प्रतिरोध जारी रहेगा।
आयतुल्लाह सीस्तानी के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ज़ायोनी सरकार दुनिया की नज़रों के सामने अपराध कर रही है, लेकिन इसे रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
आज, ग़ज़्ज़ा पट्टी पर तीव्र हमले और लगातार बमबारी हो रही है जो दुर्लभ है। अब तक छह हजार से अधिक निर्दोष नागरिक मारे गए और घायल हुए हैं, जबकि बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं। विभिन्न स्थानों को निशाना बनाया जा रहा है ताकि लोगों को छिपने के लिए शांतिपूर्ण जगह न मिल सके।
ज़ायोनी सेना ने ग़ज़्ज़ा की पूरी तरह से घेराबंदी कर दी है और पानी, भोजन और दवा सहित बुनियादी आवश्यकताओं की आपूर्ति काट दी है। इससे सबसे ज्यादा मासूम लोग प्रभावित होते हैं।
आयतुल्लाह सीस्तानी के बयान में आगे कहा गया है अवैध राष्ट्र इस्राईल हालिया लड़ाई में अपने भयानक नुकसान और शर्मनाक हार का बदला आम लोगों से लेना चाहता है।
यह अपराध दुनिया की आंखों के सामने हो रहे हैं, लेकिन दुनिया इस पर रोक नहीं लग रही है, बल्कि कुछ तत्व इन आपराधिक गतिविधियों का समर्थन कर रहे हैं और इसे बचाव कहकर उचित ठहरा रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील है कि वह इस क्रूरता के सामने खड़ा हो और अवैध ज़ायोनी ताकतों को उत्पीड़ित फ़िलिस्तीनी लोगों पर ज़ुल्म के पहाड़ तोड़ने से रोके।
सात दशकों से उत्पीड़ित फ़िलिस्तीनी लोगों की समस्याओं को ख़त्म करने और क्षेत्र में अमन-चैन कायम करने का उपाय उन्हें उनका वैध अधिकार देकर उनकी ज़मीनों को अतिक्रमणकारी तत्वों से मुक्त कराना है।