मंगलवार 10 अक्टूबर 2023 को शिया उलमा असेंबली की कोर कमेटी की तिमाही बैठक जामिया अहले बैत, ओखला, दिल्ली में अपने समय से शुरू हुई। जिसमें भारत के विभिन्न क्षेत्रों जैसे दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर, यूपी से निर्वाचित मजलिसे खास के सदस्यों ने भाग लिया।
मौलाना सय्यद नामदार अब्बास साहब ने क़ुरआने मजीद की तिलावत करके बैठक की आधिकारिक शुरुआत की। उसके बाद बैठक के अध्यक्ष की अनुमति से मुख्य एजेंडे पर चर्चा शुरू हुई। प्रांतीय प्रतिनिधित्व और असेम्बली के कामकाज के अलावा, मुख्य एजेंडे पर चर्चा शुरू हुई जिसमे हमास की साहसी कार्रवाई और अत्याचारी सरकार की हार और उसका घुटने टेकना भी शामिल था।
मजलिसे खास के सदस्यों ने शिया उलमा असेम्बली का परिचय देने और लोगों को इसके लक्ष्यों और उद्देश्यों के बारे में जानकारी देने के लिए पूरे देश के प्रसिद्ध और शिया आबादी वाले शहरों से एक या दो या तीन प्रतिनिधियों को चुना।
शिया उलमा असेंबली की विशेष सभा ने अपनी मातृभूमि की रक्षा और समर्थन पर जोर देते हुए लगातार उत्पीड़ित फिलिस्तीनी लोगों, विशेष रूप से इस्राईल जैसी दमनकारी सरकार के खिलाफ हमास संगठन की साहसी कार्रवाई की सराहना की।
इस बैठक में हज्जुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना मुमताज अली, मौलाना सय्यद काजी अस्करी, मौलाना सैयद शौकत अब्बास, मौलाना सैयद मोहसिन तकवी समेत कई उलमा मौजूद रहे।