इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान की सेनाओं का संयुक्त ड्रोन अभ्यास इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के संपूर्ण भौगोलिक क्षेत्र में या मोहम्मद रसूलुल्लाह के नारे के साथ शुरू हुआ।
सैन्य ड्रोन अभ्यास 1402 की कमान संभालने वाले एडमिरल हबीबुल्लाह सय्यारी ने इस बारे में खबर देते हुए कहा कि कल सुबह शुरू हुए इस ड्रोन अभ्यास में इस्लामी गणतंत्र ईरान के चारों सशस्त्र बलों की चयनित इकाइयों के लगभग 200 ड्रोन शामिल रहे । यह अभ्यास दक्षिण में फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी से शुरू होकर पूर्व, पश्चिम, उत्तर और देश के केंद्र तक जारी रहा।
एडमिरल हबीब सय्यारी ने कहा "इस संयुक्त अभ्यास के शुरुआती घंटों में, देश की सभी चार सेनाओं के निगरानी और टोही ड्रोनों ने देश की सीमाओं की निगरानी करने और वांछित लक्ष्यों की पहचान करने और अभ्यास क्षेत्र की तस्वीरें लेने के लिए सफलतापूर्वक अपने अभियान को पूरा किया।
अभ्यास के इस भाग में चमरूश, यासिर, सादिक, पेलिकान, अबाबील 3, अबाबील 4, अबाबील 5, कमान 12, यज़्दान, मुहाजिर 2 और मुहाजिर 6 ड्रोनों ने इस्लामी गणतंत्र ईरान के ड्रोन अड्डों और कुछ विशिष्ट हिस्सों से उड़ान भरी। देश की भूमि, वायु और समुद्री सीमाओं के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय जल में लक्षित क्षेत्रों पर भी निगरानी रखी गई।
सेना के संयुक्त ड्रोन अभ्यास के प्रमुख चरणों के बाद पहली बार उड़ान भरकर कमान 19 ड्रोन ने सेना के परिचालन चक्र में प्रवेश किया।
कमान19 ने सेना के ड्रोन स्टेशन से उड़ान भरने के साथ ही सफलतापूर्वक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और हवाई रडार जैमिंग का अपना अभियान पूरा किया।