फिलिस्तीनी आंदोलन हमास, इस्लामिक जिहाद और रेजिस्टेंस फ्रंट ने अल-अक्सा मस्जिद को होने वाले खतरों के बारे में चेतावनी देते हुए कहा है कि इस तरह के क्रूर हमलों और आक्रामक कार्रवाइयों के परिणामों की जिम्मेदारी ज़ायोनी कब्ज़ाधारियों की है। उन्होंने कहा कि अल-अक्सा मस्जिद का अपमान और इसे यहूदी रंग देने के ज़ायोनीवादियों के प्रयास विफल हो जाएंगे।
गौरतलब है कि हाल के वर्षों में और विशेषकर हाल के महीनों के दौरान अल-अक्सा मस्जिद पर ज़ायोनीवादियों के हमले बढ़े हैं और ज़ायोनी चरमपंथी सामूहिक रूप से और भीड़ की मदद से अल-अक्सा मस्जिद में प्रवेश करते हैं इजरायली सैनिक और उस पर हमला करते हैं। ज़ायोनीवादियों की ऐसी कार्रवाइयों का उद्देश्य मुसलमानों के पहले क़िबले को समय और स्थान के आधार पर विभाजित करना है।