लीबिया की राजधानी त्रिपोली में दो सशस्त्र गुटों के बीच झड़प में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई। इसमें 100 से ज़्यादा लोग घायल भी हुए। देश के स्वास्थ्य विभाग और आपातकालीन सेवाओं के हवाले से घायलों की संख्या 106 बताई जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिगेड 444 के कमांडर महमूद हमजा के त्रिपोली एयरपोर्ट से पकड़े जाने के बाद यह झड़प शुरू हुई। हालांकि, उन्हें पकड़ने का कारण अभी भी अज्ञात बना हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एकता सरकार के साथ एक समझौते के बाद हमजा को एक निष्पक्ष पार्टी को सौंप दिया गया है। इस झड़प में घायल होने वालों में आम नागरिक शामिल थे।
इस झड़प को इस साल की सबसे गंभीर झड़प बताया जा रहा है। लीबिया में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएसएमआईएल) ने कहा कि वह कल से त्रिपोली में सुरक्षा घटनाओं और नागरिकों पर पड़ने वाले प्रभावों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
उपरोक्त दोनों समूहों को लीबिया के राजनीतिक परिदृश्य में सबसे शक्तिशाली ताकतों में से एक माना जाता है। हालाँकि दोनों समूहों ने पिछले साल ट्रांजिशनल नेशनल यूनिटी सरकार का समर्थन किया था, लेकिन इस साल वे कई बार भिड़ चुके हैं।
2014 के बाद से ही पश्चिमी दुनिया की साजिशों का शिकार लीबिया युद्ध का मैदान बना हुआ है। प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर यह देश पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में बंट गया है। देश के पूर्वी हिस्सों पर कब्ज़ा करने वाले जनरल ख़लीफ़ा हफ़्तार ने जब बाकी हिस्सों पर हमला किया तो , विफलता के बाद देश में अस्थायी शांति समझौता हुआ।