ज़ायोनी अधिकारी वर्तमान स्थिति को इस्राईल के लिए सकारात्मक नहीं मानते हैं, उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी अरब के बीच बातचीत को तल अवीव और रियाज़ के बीच संबंध शुरू करने के लिए अपर्याप्त बताया है।
इस संबंध में, संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी अरब के बीच संपर्क, परामर्श नई बातचीत और सकारात्मक परिणामों के लिए अपर्याप्त है।
ज़ायोनी समाचार पत्र मआरीव के अनुसार हम इस मुद्दे पर इस्राईल में बहुत सक्रियता देख रहे हैं, और हाल के दिनों में इस मुद्दे पर टिप्पणियों और आलोचना में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
हालाँकि, इस्राईल में यह प्रचारित करने का प्रयास किया जा रहा है कि माहौल हमारे पक्ष में है, जबकि हमें सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के उन शब्दों को याद रखना चाहिए, जो वॉल स्ट्रीट जनरल के अनुसार, उन्होंने स्वयं अपने सलाहकारों से कहे थे कि इस्राईल के मौजूदा अति-नस्लीय रंगभेदी शासन के साथ समझौता करने में जल्दबाजी नहीं करेंगे।
हाल की स्थिति पर ज़ायोनी लॉबी द्वारा निकाले गए निष्कर्षों के बारे में बात करते हुए, मआरीव ने कहा कि यह इस्राईल के लिए अंत नहीं है, बल्कि ज़ायोनी लॉबी इसे शुरुआती बिंदु मान रही है और असली खेल तो अभी शुरू हुआ है।
ज़ायोनी विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा कि सऊदी अरब और इस्राईल के रिश्ते ख़ुद अमेरिका के लिए भी कई फ़ायदे रखता है। इसे आगामी चुनाव में बाइडन के लिए भी एक बड़ी सफलता माना जाएगा।
ज़ायोनी मंत्री ने दावा किया कि अगर रियाज़ और तल अवीव के बीच संबंध बहाल हो जाते हैं, तो यह सऊदी अरब के लिए कम फायदे का सौदा नहीं होगा। ईरान के मुक़ाबले उसे जहाँ बल मिलेगा वहीँ दोनों देशों के बीच आधुनिक तकनीकों के आदान-प्रदान के दरवाजे खुल जाएंगे।