पिछले कई दशकों से गृहयुद्ध और साम्राज्यवादी शक्तियों के साथ युद्ध में उलझे अफगानिस्तान की एक बड़ी आबादी ने देश से दूर दूसरे देशों में शरण ली है, जिनकी सुरक्षित वापसी के लिए तालिबान शासक गंभीर दिख रहे हैं।
तालिबान सरकार में शरणार्थी मंत्री मोहम्मद उर्सुला खोरुती का कहना है कि पिछले एक साल में 900,000 से अधिक अफगान शरणार्थी घर लौट आए हैं और हम अन्य 7 मिलियन शरणार्थियों को अफगानिस्तान वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले एक साल के दौरान ईरान, पाकिस्तान, तुर्की और कुछ पश्चिमी देशों से अफगान शरणार्थी अफगानिस्तान लौट आए हैं।
अफगानिस्तान सरकार के सूचना एवं मीडिया केंद्र में मौजूद खोरूती ने कहा कि इस देश में 70 लाख से ज्यादा लोग शरणार्थी हैं, जबकि करीब 30 लाख लोग देश के भीतर विस्थापित हो चुके हैं।
अफगान शरणार्थियों के मंत्री ने कहा कि तुर्की और पाकिस्तान समेत कुछ देशों द्वारा अफगान शरणार्थियों के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। मेजबान देशों को शरणार्थियों के मानव और शरणार्थी अधिकारों का सम्मान करना चाहिए।