पाकिस्तान कैबिनेट की मंज़ूरी के बाद इस्लामाबाद वाशिंगटन के बीच CISMOA सुरक्षा समझौता हो गया है। पाकिस्तान की कैबिनेट ने अमेरिका के साथ होने वाले अहम रणनीतिक समझौते को मंजूरी दे दी है। यह डील 15 साल के लिए की गई है।
इससे पहले अमेरिका ने साल 2018 में भारत के साथ भी इसी तरह का समझौता किया था। इस डील के बाद अब पाकिस्तान के लिए अमेरिका से घातक हथियार पाने का रास्ता साफ हो गया है।
पाकिस्तानी वेबसाइट एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सरकार की कैबिनेट ने कम्यूनिकेशन इंटर ऑपरेबिलिटी एंड सिक्योरिटी मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (CIS-MOA) को मंजूरी दे दी है।
अमेरिका अपने उन करीबी दोस्त देशों और सहयोगियों के साथ यह समझौता करता है जिनके साथ वह करीबी सैन्य और रक्षा सहयोग बढ़ाना चाहता है। विशेषज्ञों के मुताबिक अमेरिका, पाकिस्तान संग यह डील कर उसे चीन के पाले से खींचना चाहता है।
कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी सेना के चीफ जनरल आसिम मुनीर ने अमेरिकी सेंट्रल कमांड के चीफ जनरल माइकल एरिक कुरिल्ला से मिले थे। इस दौरान दोनों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के साथ ही रक्षा संबंधों पर भी सहयोग बढ़ाने को लेकर सहमति बनी थी।