वरिष्ठ शिया धर्मगुरु आयतुल्लाह सीस्तानी ने पोप फ्रांसिस के खत का जवाब देते हुए कहा है कि लोगों के दरमियान आपसी मेलजोल, मोहब्बत और भाईचारा बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही हमें नफरत और जंग के खिलाफ लोगों को जागरूक करना होगा ।
आयतुल्लाह सीस्तानी ने कहा कि मैं आपकी इराक यात्रा की दूसरी वर्षगांठ के मौके पर भेजे गए खत और नजफे अशरफ में आप से की गई मुलाकात से बेहद खुश हूं । उन्होंने कहा कि आपने अपने पत्र में कुछ बातों का जिक्र किया है जिन पर हमने अपनी मुलाकात में भी चर्चा की थी । हमें अलग-अलग धर्म के मानने वाले लोगों के दरमियान दोस्ती, एकता और भाईचारे को बढ़ाने की जरूरत है, साथ ही लोगों को जंग और नफरत से दूर रखने की भी बेहद आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में मजलूमों की हिमायत के लिए और कदम उठाने की जरूरत है।
दुनिया के पूरब और पश्चिम में बहुत सी कौमें , समाज और बहुत से देश हैं जिनको उनके मौलिक अधिकारों से भी महरूम कर दिया गया है । मैं समझता हूं कि यह जरूरी है कि हर इंसान इन अत्याचारों को खत्म करने पर जोर दे और अलग-अलग समाज में न्याय स्थापित करने के लिए हर मुमकिन कोशिश करें।