नाइजर में चल रहे घटनाक्रम के बीच गिनी, माली और बुर्किना फासो जैसे अफ्रीकी देशों ने इस देश में किसी भी तरह के सैन्य हस्तक्षेप को अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि ऐसी कोई भी हरकत हमारे खिलाफ जंग के समान होगी। नाइजर में तख्तापलट के समर्थन में एक संयुक्त बयान में चेतावनी देते हुए इन देशों ने कहा है कि नाइजर में किसी भी व्यवस्थित हस्तक्षेप का मतलब इन देशों के खिलाफ युद्ध की घोषणा होगी।
नाइजर में तख्तापलट और इस देश की जनता की तरफ से फ़्रांस के दूतावास पर हमले के बाद, माली, बुर्किना फासो और गिनी के सेना प्रमुखों ने नाइजर में किसी भी सैन्य हस्तक्षेप को लेकर चेतावनी दी है।
रशिया टुडे के मुताबिक़ गिनी की सैन्य सरकार के प्रमुखों के साथ ही माली और बुर्किना फासो की सरकारों ने एक संयुक्त बयान में नाइजर में हुए तख्तापलट का समर्थन करते हुए इस बात पर जोर दिया कि नाइजर के खिलाफ पश्चिमी अफ्रीकी राज्यों के आर्थिक समूह के प्रतिबंध अवैध है।
गिनी की सैन्य सरकार के कमांडरों ने अपने बयान में आशा व्यक्त की कि तख्तापलट के बाद सत्ता की बागडोर संभाने वाले नाइजर और क्षेत्र में यथासंभव स्थिरता और शांति स्थापित करने के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे।
इन देशों ने अपने बयान में कहा है कि अगर कोई देश तख्तापलट की घटना को बहाना बनाते हुए नाइजर पर हमला करने की हिम्मत करता है, तो हम इसे युद्ध का ऐलान मानेंगे और इस देश की रक्षा के लिए अपनी सेना भेजेंगे।