इस्राईल में जैसे जैसे राजनीतिक गतिरोध गहरा रहा है वैसे वैसे ही यह जायोनी देश गृह युद्ध की तरफ बढ़ रहा है।
न्यायिक सुधार योजना के बाद शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन विशाल रूप ले चुका है। अब इस्राईली मीडिया में भी अवैध राष्ट्र को लेकर प्रतिरोधी आंदोलन हिजबुल्लाह के जनरल सेक्रेटरी सय्यद हसन नसरुल्लाह के बयानों की चर्चा हो रही है।
अल मयादीन की रिपोर्ट के अनुसार हारेत्ज़ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस्राईल की वायु सेना उस शव की तरह हो गई है जिससे लगातार खून रिस रहा है। जायोनी सेना के जवान सेना में बने रहने के इच्छुक नहीं हैं, और वह रिजर्व बल के रास्ते पर चल रहे हैं जो पहले ही सेना को अपनी सेवा देने से इंकार कर चुके हैं।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यायिक सुधारों का विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि नेतनयाहू की हरकतों से देश की सेना कमजोर हुई है। विशेषकर वायु सेना अंदर से खोखली हो गई है। हमें एक गंभीर खतरे का सामना है और इसका एकमात्र समाधान यह है कि नेतन्याहू को उनके पद से हटाया जाए।
सेना के कमजोर होने से नेतन्याहू को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला क्योंकि यह तो संघर्ष की शुरुआत है । असल खतरा तो अभी सामने आना बाकी है।