सऊदी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह दुनिया भर के लाखों मुसलमानों की भावनाओं को व्यवस्थित रूप से भड़काने की एक प्रक्रिया है।
हिज़बुल्लाह लेबनान के महासचिव सैयद हसन नसुरल्लाह ने भी स्वीडन में पवित्र कुरान के अपमान की घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इस्लामिक देशों से स्वीडन के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने का आग्रह किया।
जॉर्डन, ओमान और इराक के विदेश मंत्रालय ने भी डेनमार्क में पवित्र कुरान के खुले अपमान और बेअदबी की घटना को जघन्य और इस्लामोफोबिया पर आधारित इस्लामी धर्म का खुला अपमान बताया है।
यमनी पीपुल्स मूवमेंट अंसारुल्लाह ने भी इस्लामिक उम्माह से एकजुट और ठोस रुख अपनाने और अपनी सरकारों पर दबाव बनाने की अपील की है।