यूक्रेन की अतिराष्ट्रवादी अज़ोव बटालियन से संबंध रखने वाले पांच कमांडरों को पिछले सितंबर में क़ैदियों के आदान-प्रदान के एक समझौते के तहत आज़ाद किया गया और तुर्की ले जाया गया था। इस समझौते का लाभ 10 विदेशियों सहित लगभग 300 लोगों को हासिल हुआ था।
लेकिन तुर्किए का दौरा करने वाले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमिर ज़ेलेंस्की शनिवार को इन पांच कमांडरों को स्वदेश वापस लेकर चले गए।
समझौते का उल्लंघन करने वाले यूक्रेन के इस क़दम से रूस भड़क गया है। रूस का कहना है कि इसके बारे में उसे सूचित नहीं किया गया।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव का कहना हैः तुर्किए से अज़ोव कमांडरों की यूक्रेन वापसी, समझौते की शर्तों का खुला उल्लंघन है।
पेस्कोव ने कहाः अंकारा ने विनिमय समझौते के तहत जिन लोगों को तुर्किए में रखने का वादा किया था, उनके बारे में मॉस्को को सूचित तक नहीं किया गया।
ग़ौरतलब है कि यूक्रेन युद्ध के 500वें दिन, ज़ेलेंस्की ने स्नेक आइलैंड का भी दौरा किया है, जो किसी समय रूस के निंयत्रण में था।
ज़ेलेंस्की ने इन पांच कमांडरों को घर वापस ले जाते हुए कहाः हम तुर्किए से स्वदेश लौट रहे हैं और अपने नायकों को घर ला रहे हैं।
इन कमांडरों को पिछले साल मारियुपोल में अज़ोवस्टल स्टील प्लांट से तीन महीने की लड़ाई के बाद पकड़ा गया था। हालांकि, तीन महीने की भीषण लड़ाई के बाद रूस ने इस शहर पर क़ब्जा कर लिया था। msm
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