शुक्रवार की शाम वागनर के चीफ़ प्रीगोज़ीन ने जिनकी प्राइवेट मिलिट्री लगभग एक महीने से रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शुइगो और चीफ़ आफ़ जनरल स्टाफ़ से शाब्दिक युद्ध में व्यस्त थी, एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने अपना दावा दोहराया।
प्रीगोज़ीन ने कहा कि रक्षा मंत्री देश की जनता और राष्ट्रपति को धोखा दे रहे हैं। सर्गेई शुइगो और सेना के अफ़सर मूर्ख किस्म के लोग हैं जिनकी वजह से हज़ारों रूसी सैनिक मारे गए हैं। वागनर पर हमले का आदेश चीफ़ आफ़ जनरल स्टाफ़ की तरफ़ से जारी किया गया है।
प्रीगोज़ीन का यह बयान आने के साथ ही अमरीका और अन्य पश्चिमी देशों का मीडिया रूस के ख़िलाफ़ भीषण मनोवैज्ञानिक व प्रचारिक युद्ध में व्यस्त हो गया। उसने फ़ेक न्यूज़ की बौछार कर दी कि मास्को की सड़कों पर टैंक गश्त कर रहे हैं और राजधानी में भी बग़ावत हो गई है। आइए मास्को के अलग अलग हिस्सों में चलते हैं और देखते हैं कि मास्को में क्या हालात हैं?
हमने मास्को के अलग अलग हिस्सों में सड़कों पर चक्कर लगाया तो यही नज़र आया कि हर जगह शांति है। क्रेमलिन हाउस के आस पास की जगहों पर पूरी तरह सामान्य परिस्थितियां नज़र आईं जैसी हमेशा होती हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय के आसपास भी सामान्य परिस्थितियां ही नज़र आईं। हर जगह हालात सामान्य रहे अलबत्ता रोस्तोफ़ शहर में हालात तब बिगड़े जब वागनर ने वहां क़ब्ज़ा कर लिया। रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतीन ने सेना के कमांडरों के साथ मीटिंग की और उसके बाद जो भाषण दिया उसमें परिस्थितियों के बारे में अपना स्टैंड शाफ़ शब्दों में बयान कर दिया। उन्होंने वागनर की हरकत को ग़द्दारी और विश्वासघात क़रार दिया।
पुतीन ने कहा कि इस ग़द्दारी की कड़ी सज़ा दी जाएगी। उनसे किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। बग़ावत में शामिल होने वाले सभी लोगों को आदेश देता हूं कि आत्म समर्पण करें वरना उन्हें बहुत कठोर कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा।
पुतीन ने कहा कि आज पश्चिमी दुनिया ने अपने सामरिक, आर्थिक और इंटेलीजेंस संसाधनों को रूस के ख़िलाफ़ सक्रिय कर दिया है। इस समय हमें एकता व एकजुटता की ज़रूरत है इन हालात में आंतरिक उथल पुथल देश के लिए विनाशकारी साबित हो सकती है।
फिर शाम होते होते हालात सामान्य हो गए। वागनर ने भी बग़ावत बंद कर दी। बेलारुस के राष्ट्रपति लोकाशिन्को की मध्यस्थता से समझौता हो गया। यानी पश्चिमी मीडिया का भयानक मिशन अधूरा रह गया। मास्को से आईआरआईबी के लिए सैयद अली दाराबी की रिपोर्ट
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