यमन की अवामी तहरीक अंसारुल्लाह के नेता सैयद अब्दुल मलिक बद्रुद्दीन हौसी ने रमजान के पवित्र महीने में एक बयान जारी करते हुए कहा कि इस्लामिक पवित्र स्थानों का अनादर करना और ऐसे अपराध करने वाले ज़ायोनी लॉबी का हिस्सा हैं।
उन्होंने कहा कि सभी मुस्लिम देशों को उन सभी देशों का बहिष्कार करना चाहिए जहां कुरान को जलाने की आज़ादी दी जाती है या मुसलमानों की पवित्र किताब की बेहुरमती करने की अनुमति दी जाती है।
उन्होंने कहा कि इन देशों का बहिष्कार करने से उन पर इस तरह के अपराध रोकने का दबाव बनेगा।
यमन के पीपुल्स मूवमेंट ऑफ अंसारुल्लाह के नेता सैयद अब्दुल मलिक बद्रुद्दीन हौसी ने कहा कि अगर मुस्लिम देश समय रहते एकजुट हो जाते और उन देशों के विरुद्ध कार्रवाई करते जहां कुरान का अपमान किया गया होता, तो इस तरह के अपमान नही किए जाते और ऐसी सभी हरकतों पर पाबंदी लगा दी गई होती और कोई भी फिर ऐसा अपराध करने की हिम्मत नहीं करता।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि ईरान, पाकिस्तान, तुर्की, मिस्र, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, सऊदी अरब, इस्लामी सहयोग संगठन और मुस्लिमों के विश्व मंच सहित दुनिया के अधिकांश मुस्लिम देशों के उल्मा ने मुसलमानों के पवित्र किताब की बेअदबी की कड़ी निंदा करते हुए मांग की कि ऐसी घटनाओं को रोका जाना चाहिए और इस तरह के घिनौने कामों के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाना चाहिए।