शुक्रवार को हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत ने घोषणा की थी कि उसने यूक्रेन में युद्ध के दौरान कथित अपराधों के लिए पुतिन और एक अन्य प्रमुख रूसी अधिकारी के ख़िलाफ़ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
सोमवार को रूस की जांच समिति ने बताया कि उसने राष्ट्रपति की गिरफ़्तारी के लिए वारंट जारी करने वाले आईसीसी के मुख्य अभियोजक करीम खञान और जजों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया है।
बयान में कहा गया है कि आईसीसी अभियोजक का यह क़दम रूसी क़ानून की नज़र में एक अपराध है, क्योंकि यह जानबूझकर एक निर्दोष पर आरोप मढ़ना है और एक देश के प्रतिनिधि पर हमले जैसा है, जिसे अंतरराष्ट्रीय संरक्षण प्राप्त है, ताकि अंतरराष्ट्रीय संबंधों को जटिल बनाया जा सके।
इससे पहले क्रेमलिन ने आईसीसी के इस क़दम को अपमानजनक और ग़ैर-क़ानूनी क़रार दिया था, क्योंकि रूस उस संधि का हिस्सा नहीं है, जिसके तहत आईसीसी का गठन हुआ था। रूस 2016 में आईसीसी संधि से बाहर निकल गया था।
हालांकि, इस क़दम से रूसी राष्ट्रपति की 123 देशों में यात्रा में रुकावट उत्पन्न हो सकती है, जो आईसीसी के अधिकार क्षेत्र को मान्यता देते हैं। msm
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