AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : Parstoday
बुधवार

15 मार्च 2023

7:41:00 pm
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री अदालत में हाज़िर होने से परहेज़ क्यों कर रहे हैं?

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब देने के लिए अदालत में हाज़िर होने से परहेज़ कर रहे हैं जिससे पाकिस्तान में तनावों में वृद्धि हो गयी है।

इमरान ख़ान की गिरफ्तारी विलंबित करने के समय की समाप्ति के बाद प्रतीत यह हो रहा है कि अदालत में उनकी उपस्थिति के लिए दबाव में वृद्धि गयी है इस प्रकार से कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने इमरान ख़ान पर देश में तनाव उत्पन्न करने का आरोप लगाया है जबकि इमरान ख़ान के वकीलों ने कहा है कि सुरक्षा कारणों से वह अदालत में हाज़िर होने से परहेज़ कर रहे हैं।

वास्तव में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीके इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान पर पिछले नवंबर महीने में जो हमला हुआ था वह उसकी पुनरावृत्ति से चिंतित हैं। इसी कारण उन्होंने अदालत से अपील की है कि जवाब देने के लिए सोशल मिडिया का प्रबंध किया जाये।

पाकिस्तान के राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ मंसूर अहमद ख़ान कहते हैं कि इमरान ख़ान की गिरफ्तारी का मामला इससे कहीं अधिक कि वह न्यायिक और उनके ऊपर लगे आरोपों से संबंधित हो, देश की शक्तिशाली पार्टियों से संबंधित है। इन अर्थों में कि इस समय पाकिस्तान की सरकार दो महत्वपूर्ण पार्टियों से मिलकर बनी है एक पाकिस्तान पीपल्स पार्टी और दूसरे मुस्लिम लीग नवाज़ और ये दोनों पार्टियां इमरान खान को राजनीतिक मैदान से बाहर देना चाहती हैं क्योंकि इन दोनों पार्टियों को इमरान खान और उनकी पार्टी के प्रतिरोध का सामना है और इन दोनों पार्टियों को इस बात का भी भय सता रहा है कि वे अगले चुनाव में कहीं हार न जायें।

पाकिस्तान की तहरीके इंसाफ पार्टी का मानना है कि पाकिस्तान पीपल्स पार्टी और मुस्लिम लीग नवाज़ अगले चुनाव में अपनी पराजय से चिंतित हैं इसलिए दोनों पार्टियां इमरान को बदनाम करने, उन्हें भ्रष्ट बताने और उनकी सामाजिक पकड़ को कमज़ोर करने की चेष्टा में हैं।

पाकिस्तान के राजनीतिक मामलों के एक अन्य विशेषज्ञ मोहसिन रूई सिफत कहते हैं पाकिस्तान को इस समय आर्थिक और सुरक्षा सहित विभिन्न मामलों व समस्याओं का सामना है एसी स्थिति में यह विषय ध्यान योग्य है कि पाकिस्तान की सरकार और अदालत दोनों राजनीतिक संकट पर ध्यान दे रही हैं जबकि पाकिस्तान को इस समय हर दूसरे समय से अधिक राजनीतिक स्थिरता और राष्ट्रीय सहयोग की ज़रूरत है और यह इस बात का सूचक है कि पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टियों के लिए हर चीज़ से अधिक महत्वपूर्ण और प्राथमिकता इमरान खान को राजनीतिक मैदान से बाहर निकालना है।

इस समय पाकिस्तान को राजनीतिक, आर्थिक सुरक्षा और आतंकवाद जैसी विभिन्न समस्याओं का सामना है, इस देश का विदेशी मुद्रा भंडार बहुत कम हो गया है और महंगाई में वृद्धि ने पाकिस्तान के लोगों के लिए जीवन को कठिन बना दिया है। इस प्रकार की स्थिति में इमरान खान की गिरफ्तारी के लिए लाहौर में लड़ाई व विवाद से न केवल इस देश की किसी समस्या के समाधान में कोई मदद नहीं मिलेगी बल्कि आतंकवादी गुटों के लिए लाभ उठाने की अधिक भूमि प्रशस्त हो जायेगी। MM

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