ताइवान की राष्ट्रप्रमुख ने यह फैसला कर लिया है कि वे अमरीका के साथ सैन्य सहयोग को विस्तृत करेंगी।
मंगलवार को अमरीका के कुछ सांसदों के साथ भेंट में उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हम अमरीका और उसके घटकों के साथ सैन्य सहयोग इसलिए बढ़ा रहे हैं ताकि क्षेत्र में विस्तारवाद का मुक़ाबला किया जा सके। उनका कहना था कि विगत की तुलना में इस समय ताइवान, अमरीका और उसके घटकों से अधिक निकट है क्योंकि हम विस्तारवादी नीतियों और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर सहयोग करना चाहते हैं।
ब्रिटेन की भूतपूर्व प्रधानमंत्री कह चुकी हैं कि चीन का मुक़़ाबला करने के लिए ताइवान का समर्थन किया जाना चाहिए। लिज़ ट्रस ने विभिन्न देशों विशेषकर पश्चिमी देशों से मांग की है कि ताइवान के साथ संबन्ध मज़बूत करके चीन की धमकियों का मुक़ाबला किया जा सकता है। उनका कहना था कि चीन को यह संदेश जाना चाहिए कि ताइवान के विरुद्ध कोई भी सैन्य कार्यवाही, एक बहुत बड़ी स्ट्रैटेजिक ग़लती होगी।
याद रहे कि पिछले साल अगस्त के महीने में चीनी अधिकारियों की चेतावनी के बावजूद अमरीका की तत्कालीन संसद सभापति पेलोसी ने ताइवान की विवादित यात्रा की थी। उनकी इस यात्रा के बाद से क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया था।
चीनी अधिकारियों ने नैसी पेलोसी की इस यात्रा को एकल चीन की नीतियों का उल्लंघन बताया था। अमरीकी संसद सभापति नैसी पेलोसी की विवादित ताइवान यात्रा के कुछ ही समय के बाद अमरीका और फ्रांस के कुछ सांसदों ने भी ताइवान की यात्राएं कीं।
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