लिज़ ट्रस ने विभिन्न देशों विशेषकर पश्चिमी देशों से मांग की है कि ताइवान के साथ संबन्ध मज़बूत करके चीन की धमकियों का मुक़ाबला किया जा सकता है।
उनका कहना था कि चीन को यह संदेश जाना चाहिए कि ताइवान के विरुद्ध कोई भी सैन्य कार्यवाही, एक बहुत बड़ी स्ट्रैटेजिक ग़लती होगी। ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय का कार्यभार संभाल चुकी लिज़ ट्रस ने प्रशांत महासागर में अधिक विकसित रक्षा गठबंधन बनाए जाने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह विकसित रक्षा गठबंधन इस प्रकार का होना चाहिए कि ताइवान, नेटो के साथ निकट की सहकारिता कर सके।
पिछले साल अगस्त के महीने में चीनी अधिकारियों की चेतावनी के बावजूद अमरीका की तत्कालीन संसद सभापति पेलोसी ने ताइवान की यात्रा की थी जिसके बाद से ताइवान के बारे में तनाव व्याप्त हो गया था। चीनी अधिकारियों ने नैसी पेलोसी की इस यात्रा को एकल चीन की नीतियों का उल्लंघन बताया था। अमरीकी संसद सभापति नैसी पेलोसी की विवादित ताइवान यात्रा के कुछ ही समय के बाद अमरीका और फ्रांस के कुछ सांसदों ने भी ताइवान की यात्राएं कीं।
याद रहे कि अमेरिकी सीनेट ने वर्ष 2023 के लिए 850 अरब डॉलर के भारी भरकम रक्षा विधेयक में ताइवान के लिए 10 अरब डॉलर की सुरक्षा सहायता का प्रावधान किया गया है। सीनेट ने इस विधेयक के साथ ताइवान एन्हांस्ड रेजिलिएंस एक्ट को भी पारित किया है। इसमें ताइवान की सुरक्षा क्षमताओं को आधुनिक बनाने के लिए 10 अरब डॉलर की सुरक्षा सहायता की व्यवस्था की गई है। ताइवान की तरह ही यूक्रेन की सुरक्षा के लिए भी 80 करोड़ डॉलर का प्रावधान किया गया है।
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