कुख्यात लेखक सलमान रुश्दी का कहना है कि अब मुझको डरावने सपने आने लगे हैं। उसका यह भी कहना था कि कुछ लिखने में बहुत कठिनाई होती है लेकिन अब मै बहुत ही डरावने सपने देखने लगा हूं।
रुश्दी ने समाचारपत्र न्यू यार्कर को दिये साक्षात्कार में कहा है कि मेरी बड़ी चोटें तो ठीक हो गई हैं लेकिन अंगूठे और हथेली में दर्द रहता है। मैं हैंड थैरेपी कर रहा हूं। हमले के बाद से अब वह अधिकतर आईपैड से पढ़ता है। रुश्दी का कहना था कि हांलाकि मैं धीरे-धीरे ठीक हो रहा हूं लेकिन मुझको बहुत डरावने ख्वाब आने लगे हैं।
पिछले साल पश्चिमी न्यूयार्क में एक सेमीनार के दौरान सलमान रुश्दी पर हमला किया गया। भारतीय मूल के ब्रितानी लेखक सलमान रुश्दी पर न्यूयार्क में हादी मतर नाम के 24 वर्षीय युवा ने तब हमला कर दिया जब रुश्दी तक़रीर कर रहा था। यह हमला चाक़ू से किया गया था जिसके बाद रुश्दी ज़मीन पर गिर गया। आक्रमणकारी ने रुश्दी की गरदन और पेट पर चाक़ू से वार किए थे। इस हमले में वह बहुत बुरी तरह से घायल हो गया था।
इस हमले के बाद आरंभ में यह कहा जा रहा था कि रुश्दी के लीवर को भारी नुक़सान पहुंचा है और उसकी एक आंख जा सकती है।रुश्दी, भारतीय मूल का ब्रितानी लेखक है जिसने स्टैनिक वर्सेज़ या शैतानी आयात नामब एक किताब लिखकर इस्लाम और पूरी दुनिया के मुलसमानों को अपमान किया था।
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