AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : Parstoday
शनिवार

14 जनवरी 2023

4:30:01 pm
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ईरानी वायु सेना ने अपनी ताक़त की दिखाई झलक, हथियार ऐसे कि पलक झपकते ही दुश्मनों के ठिकाने हुए तबाह

इस्लामी गणराज्य ईरान की वायुसेना के डिप्टी कमांडर ने कहा है कि हमारी वायुसेना अपनी लड़ाकू शक्ति में सुधार के लिए दूर के लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए स्मार्ट और सटीक हथियारों से लैस ड्रोन का उपयोग कर रही है।

समाचार एजेंसी इर्ना की रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्लामी गणराज्य ईरान की वायु सेना के डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मेहदी हादियान ने कहा है कि ईरानी वायु सेना के रणनीतिक ढांचे में ड्रोन क्षमताओं के इस्तेमाल का बहुत महत्व है। ब्रिगेडियर जनरल हादियन ने कहा कि सामान्य तौर पर हाइब्रिड ऑपरेशन सिस्टम के कार्यान्वयन ने ईरानी वायु सेना की लड़ाकू शक्ति को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि सूचना एकत्र करने और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के साथ-साथ ड्रोन सिस्टम वायु सेना के लड़ाकू विमानों को संचालित करने के लिए एक उपयुक्त और सुरक्षित तरीक़ा प्रदान करते हैं। ईरानी वायु सेना के डिप्टी कमांडर ने ड्रोन सिस्टम की लड़ाकू क्षमताओं की ओर भी इशारा किया और कहा कि ईरानी वायु सेना अपनी लड़ाकू शक्ति में सुधार करने के लिए दूर के लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए स्मार्ट और सटीक हथियारों से लैस ड्रोन का उपयोग करती है। ब्रिगेडियर जनरल हादियन ने कहा कि आज ईरानी वायुसेना में यूएवी सिस्टम को एक अभूतपूर्व शक्ति के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।

ईरानी वायु सेना के डिप्टी कमांडर ने ज़ोर देकर कहा कि वायु सेना की भूमिका और प्रदर्शन को बेहतर बनाने में ड्रोन सिस्टम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आज हम ईरानी वायु सेना के विभिन्न ठिकानों और परिचालन इकाइयों में विभिन्न क्षमताओं वाले ड्रोन का उपयोग कर देश की हवाई सीमा की निगरानी कर रहे हैं। ग़ौरतलब है कि ईरान की रक्षा रणनीति मुख्य रूप से रक्षात्मक सिद्धांत पर आधारित है। वास्तविक प्रतिरोध पैदा करने के लिए, विश्वसनीय सैन्य क्षमताओं और ऊर्जा के साथ-साथ आधुनिक हथियारों से लैस होना एक शक्तिशाली सेना के लिए होना आवश्यक है। उल्लेखनीय है कि ईरानी सेना के वार्षिक सैन्य अभ्यास के दौरान वायु सेना के स्क्वाड्रन ने काल्पनिक दुश्मनों के ठिकाने और चलते ठिकानों को भी तबाह कर दिया था। ज़ुल्फ़िक़ार सैन्य अभ्यास के दौरान, ड्रोन ने युद्ध के मैदान और काल्पनिक दुश्मनों की के प्रतिष्ठानों की तस्वीरें लीं और सीधे सैन्य कमांड को भेजा, जहां से मिसाइलों और तोपों का इस्तेमाल करके इन लक्ष्यों को निशाना बनाया गया और उन्हें नष्ट कर दिया गया था। (RZ)

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