प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल के पास स्थित सालंग टनल इस देश के उत्तरी हिस्से को दक्षिण से जोड़ने के लिए अहम मार्ग है। इसका निर्माण 1960 के दशक में सोवियत संघ को हमला करने में मदद करने के लिए किया गया था। परवान प्रांत के प्रवक्ता सईद हिमतुल्लाह शमीम के उनुसार, शनिवार रात को सुरंग में हुए विस्फोट की वजह से 63 लोगों के शवों को टनल से बाहर निकाला जा चुका है जबकि इस घटना में घायल 32 लोगों को इलाज के लिए पास के अस्पताल भेजा गया है। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित मलबे में फंसे हुए हैं और हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।
यह फिलहाल साफ़ नहीं हो सका है कि घटना की वजह क्या थी। यह विस्फोट शनिवार रात क़रीब 8:50 बजे हुआ। अफ़ग़ान मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक़, मृतकों में पांच महिलाएं, दो बच्चे हैं और बाक़ी पुरुष हैं, जो गंभीर रूप से झुलसे हुए हैं और उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। तालेबान शासन के लोक निर्माण मंत्रालय के प्रवक्ता मौलवी हमीदुल्लाह मिस्बाह ने रविवार को कहा कि आग बुझा दी गई है और सुरंग को साफ करने के लिए दल अब भी काम कर रहे हैं। हादसे के बाद टनल को अगले आदेश तक यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। (RZ)
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