AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : Parstoday
शनिवार

19 नवंबर 2022

4:24:42 pm
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सऊदी अरब में सज़ाए मौत में आई बाढ़, दुनिया ख़ामोश

विश्व शक्तियों और विश्व समुदाय की खामोशी के साए में सऊदी अरब विभिन्न बहानों से सज़ाए मौत देने का क्रम जारी रखे हुए है और अब तक सज़ाए मौत पाने वालों की संख्या पिछले साल से दोगुनी हो गई है।

दो और लोगों की सज़ाए से सऊदी अरब में 2022 में सज़ाए मौत पाने वालों की संख्या बढ़कर 138 तक पहुंच गई जबकि इस देश में पिछले साल 69 लोगों को सज़ाए मौत दी गयी थी। 2022 में 2020 की तुलना में सज़ाए मौत की संख्या 5 गुना बढ़ गई। 2020 में सऊदी अरब में फैले कोरोना के कारण केवल 27 लोगों को सज़ाए मौत दी गई थी।

सऊदी अरब में सज़ाए मौत के लिए विभिन्न बहाने पेश किए जाते हैं। कुछ सज़ाए मौत अपराधों की वजह से होती है, मिसाल के तौर पर मादक पदार्थों की तस्करी को एक अपराध माना जाता है और ऐसा अपराध करने वालों को मौत की सज़ा दी जाती है।

पिछले दिन सऊदी अरब में नशीले पदार्थों की तस्करी के अपराध में दो लोगों को मौत की सज़ा दी गई थी। पिछले हफ्ते भी सऊदी अरब में नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए दो लोगों को मौत की सज़ा दी गई थी। इन चार लोगों में 3 सऊदी नागरिक नहीं थे।

सऊदी अरब में सज़ाए मौत की सबसे अहम वजह राजनीतिक मुद्दे हैं, जब से किंग सलमान और उनके बेटे मुहम्मद बिन सलमान सत्ता में आए हैं तब से सज़ाए मौत के लिए राजनीतिक बहाने बढ़ गए हैं।

यूरोपीय-सऊदी मानवाधिकार संगठन के उपाध्यक्ष "आदिल अल-सईद" ने इस महीने की शुरुआत में घोषणा की थी कि जनवरी 2015 से सलमान और उनके बेटे मुहम्मद ने एक हज़ार लोगों को मौत के घाट उतार दिया जबकि पीड़ितों में से किसी को भी न्याय नहीं दिया गया है। यहां तक ​​कि उनमें से दर्जनों ने अदालत के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने क्रूर यातनाओं की वजह से अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार किया है।

अभी पिछले मार्च के महीने में ही सऊदी अरब ने आतंकवाद से जुड़े आरोपों में एक दिन में 81 लोगों को मौत की सज़ा दी थी।

सऊदी अधिकारियों ने उस समय दावा किया था कि मारे गए क़ैदी उन मामलों में शामिल थे जिन्हें उनके अनुसार आतंकवाद के रूप में वर्णित किया गया था। ये दावे तब किए गए जब सऊदी सरकार ने कभी भी इन लोगों के आतंकवादी गुटों के साथ सहयोग का संकेत देने वाले दस्तावेज़ों को जारी नहीं किया गया।

दूसरी ओर सऊदी सरकार अपना विरोध करने वाले किसी भी गुट को आतंकवादी मानती है जो सज़ाए मौत की राजनीतिक प्रकृति को दर्शाता है।

सऊदी अरब में आतंकवादी कहे जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक गुटों में से एक मुस्लिम ब्रदरहुड है। इसके अलावा, अल सऊद उन गुटों को भी आतंकवादी मानता है जो इस देश के पूर्वी क्षेत्रों में रहते हैं जहां बहुसंख्यक शिया समुदाय के लोग बसते हैं। आले सऊद प्रशासन बड़ी संख्या में इन गुटों के सदस्यों को मौत की सज़ा सुना चुका है। (AK)

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