तालेबान की अंतरिम सरकार ने एलान किया है कि जिन देशों ने अमरीका के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल होकर अफ़ग़ानिस्तान पर हमला किया है उनको हर्जाना देना होगा।
तालेबान ने अमरीका, ब्रिटेन और अन्य देशों से कहा है कि 20 वर्षों के युद्ध के लिए इन देशों को हर्जाना देना होगा। तालेबान ने हर्जाने की राशि अरबों डाॅलर बताई है।
तालेबान की अंतरिम सरकार के सांस्कृतिक मंत्री नूर मुहम्मद मुतवक्किल ने कहा है कि ब्रिटेन ने हमें हर्जाना देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि बाक़ी देशों को भी इस काम के लिए तैयार रहना चाहिए। तालेबान का कहना है कि इन देशों को 20 वर्षों का हिसाब देना होगा।
याद रहे कि आतंकवाद से संघर्ष के बहाने अमरीका ने अपने घटकों के साथ सन 2001 में अफ़ग़ानिस्तान पर हमला कर दिया था। इसके बाद 20 वर्षों तक अमरीकी नेतृत्व वाले गठबंधन के सैनिक अफ़ग़ानिस्तान में बने रहे। इस दौरान अफ़ग़ानिस्तान में हिंसा और अशांति में वृद्धि के साथ ही वहां पर आतंकवाद को बढ़ावा मिला और इस देश की मूलभूत आर्थिक संरचना नष्ट हो गई।
20 वर्षों तक बने रहने के बाद 31 अगस्त 2021 को अमरीकी सैनिकों ने अफ़ग़ानिस्तान को छोड़ दिया। यह घटना पूरी दुनिया में अमरीका की बदनामी का कारण बनी और उसके घटक देशों का वाशिग्टन से भरोसा उठ गया।