अलआलम टीवी चैनेल की रिपोर्ट के अनुसार अहमद मसूद ने शुक्रवार की रात कहा है कि जबतक वे जीवित हैं उस समय तक पंजशीर पर तालेबान का क़ब्ज़ा नहीं हो सकता। उन्होंने पंजशीर पर तालेबान के क़ब्ज़े की ख़बर को भी नकार दिया।
इससे पहले अहमद मसूद कह चुके हैं कि अफ़ग़ानिस्तान के संकट का समाधान केवल वार्ता ही है लेकिन वार्ता के विफल होने की स्थिति में हम तालेबान का मुक़ाबला करने के लिए तैयार हैं।
दूसरी ओर अशरफ़ ग़नी के सलाहकार अमरुल्लाह सालेह ने एक वीडियो जारी करके उन रिपोर्टों का खण्डन किया है जिनमें कहा गया है कि वे पंजशीर छोड़कर ताजिकिस्तान भाग गए हैं। उन्होंने कहा कि हम तीन मोर्चों पर तालेबान से लड़ रहे हैं।
अमरुल्लाह सालेह का कहना था कि पंजशीर में मैं अपने समर्थकों के साथ हूं। उनका कहना था कि इसमें कोई शक नहीं कि हम एक बहुत ही मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं लेकिन हम तालेबान के विरुद्ध संघर्ष जारी रखेंगे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले तालेबान की ओर से यह एलान किया गया था कि उसके लड़ाकों ने पंजशीर घाटी पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया है। तालेबान के अनुसार इस प्रकार अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान विरोधी अन्तिम मोर्चा भी ध्वस्त हो चुका है।
ज्ञात रहे कि पंजशीर घाटी ही अफ़ग़ानिस्तान का वह एकमात्र क्षेत्र है जिसपर अभी तक तालेबान का नियंत्रण नहीं होने पाया है। तालबान इसको हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाए हुए हैं।