फ़ार्स न्यूज़ एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब की ख़ुफ़िया एजेन्सी के पूर्व प्रमुख ने अफ़ग़ानिस्तान में सशस्त्र गुटों की ओर से अमरीकी हथियारों के प्रयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ईरान, पाकिस्तान, चीन और रूस का अफ़ग़ानिस्तान में प्रभाव है।
तुर्की अलफ़ैसल ने कहा कि उन्हें इस बात की बहुत अधिक चिंता है कि अफ़ग़ानिस्तान में अमरीकी हथियार, अलक़ायदा जैसे सशस्त्र गुटों के हाथ लग जाएंगे जिसकी वजह से अफ़ग़ानिस्तान से निकलने के बाद अमरीका का सख़्त और धुर दुश्मन मज़बूत हो जाएगा।
उन्होंने सीबीएस चैनल से बात करते हुए अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों के निकलने के बारे में कहा कि मुझे समझ में आ रहा है कि क्या शब्द प्रयोग करूं, अयोग्यता, असावधानी और कुप्रबंधन, यह सब चीज़ें ही सच्ची हैं।
तुर्की अलफ़ैसल ने कहा कि आपको तो पता है कि अलक़ायदा ने दूसरों से सब से ज़्यादा सऊदी अरब को निशाना बनाया है, यह बहुत ही चिंताजनक पहलू है और अब संभव है कि तालेबान द्वारा उसके घटक अलक़ायदा के हाथों में हथियार पहुंच जाएं और यह सबसे ज़्यादा चिंताजनक विषय है।