रविवार को एक ट्वीट में सद्र ने लिखाः इस कांफ़्रेंस का सबसे सुन्दर पहलू अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इराक़ की राजनीतिक भूमिका और अरब देशों द्वारा इसका स्वागत करना है।
उन्होंने कहा कि इराक़ के लिए इस कांफ्रेंस की मेज़बानी एक अहम मोज़ साबित होगी और सुरक्षा और आर्थिक लिहाज़ से इसका बहुत ज़्यादा महत्व है। स्पष्ट रूप से इससे क्षेत्र में इराक़ के महत्व का पता चलता है।
सद्र का कहना था कि विभिन्न पक्षों को इस कांफ्रेंस में एक जगह इकट्ठा करना इस कांफ्रेंस की सफलता की सबसे बड़ी निशानी है। इससे इराक़ मध्यपूर्व में शांति और स्थिरता की स्थापना में अहम भूमिका निभा सकता है।
इराक़ के वरिष्ठ धर्मगुरु ने कहाः बग़दाद कांफ़्रेंस एक राजनीतिक बैठक से ज़्यादा भाईचारे वाली बैठक थी, इसीलिए दुश्मन उसके असर को कम नहीं कर सकेगा।
ग़ौरतलब है कि शनिवार को आयोजित हुई बग़दाद कांफ़्रेंस में मिस्र, ईरान, सऊदी अरब, जॉर्डन, क़तर, यूएई, कुवैत, तुर्की और फ़्रांस शामिल हुए। इस कांफ़्रेंस में भाग लेने वाले देशों ने आतंकवाद के ख़िलाफ़ इराक़ियों की लड़ाई की सराहना की और हर प्रकार के आतंकवाद के विरोध पर ज़ोर दिया।