रूस के विदेशमंत्री का कहना है कि तालेबान का पूरे अफ़ग़ानिस्तान पर नियंत्रण नहीं है।
सरगेई लावरोफ ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान की पंजशीर घाटी से मिलने वाली ख़बरों से पता चलता है कि वहां पर तालेबान के विरुद्ध एक बहुत मज़बूत मोर्चा बन रहा है।
रूसी विदेशमंत्री के अनुसार इस मोर्चे में अफ़ग़ानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह और पंजशीर के जानेमाने दिवंगत कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद जैसे लोग शामिल हैं। पंजशीर ही अफ़ग़ानिस्तान का वह एकमात्र क्षेत्र है जिसपर तालेबान कभी भी क़ब़्ज़ा नहीं कर सके।
इसी बीच अहमद मसूद ने वाशिग्टन पोस्ट में एक लेख लिखकर पश्चिम से तालेबान के विरुद्ध युद्ध में सहायता की मांग की है। अपने लेख में वे लिखते हैं कि हमारे लिए यह बात कोई महत्व नहीं रखती कि आगे क्या होगा?
अहमद मसूद लिखते हैं कि हम पंजशीर से तालेबान के विरुद्ध एक मज़बूत मोर्चे के रूप में संघर्ष करते रहेंगे। उनका कहना है कि मैं अपने बाप अहमद शाह मसूद के मार्ग पर आगे बढ़ता रहूंगा।
अहमद मसूद ने चेतावनी दी है कि तालेबान के नियंत्रण वाला अफ़ग़ानिस्तान, आतंकवाद और अतिवाद को बढ़ावा देने वाले केन्द्र के रूप में बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि यह बात मैं सबको अभी से बता देना चाहता हूं कि तालेबान, न केवल अफ़ग़ानिस्तान के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए गंभीर मुश्किल बन जाएंगे।