तालेबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने ट्वीटर पर अपने पैग़ाम में कहा कि मुजाहेदीन ख़ज़ाने, जन सुविधाओं, सरकारी कार्यालयों, उपकरणों, पार्कों, सड़कों और पुल वग़ैरा पर ख़ास ध्यान दें।
सुहैल शाहीन का कहना था कि यह जन सम्पत्ति है इसके बारे में किसी तरह का हस्तक्षेप या ग़फ़लत हरगिज़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सुहैल शाहीन ने कहा कि इमारते इस्लामी उन सभी लोगों के लिए अपने दरवाज़े खोलती है जिन्होंने अतीत में हमलावरों के लिए काम किया और उनकी मदद की जो अभी भी भ्रष्ट अफ़ग़ान सरकार के साथ खड़े हैं और हम उनके लिए आम माफ़ी का एलान करते हैं और उन्हें दावत देते हैं कि वह जनता और देश की सेवा करें।