मोहम्मद नईम ने दावा किया कि इस समय अफ़ग़ानिस्तान में जो युद्ध आरंभ हुआ है, उसे तालेबान ने शुरू नहीं किया है बल्कि अतिग्रहणकारियों और अफ़ग़ान सरकार ने आरंभ किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 महीनों के दौरान दोहा में अफ़गान सरकार के प्रतिनिधियों के साथ जो वार्ता हुई है उसके आधार पर अफ़ग़ानिस्तान की समस्याओं व कठिनाइयों का समाधान किया जा सकता है।
तालेबान गुट के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि अभी बहुत सी समस्याओं का समाधान बाक़ी है और उसमें सहमति में समय लगेगा किन्तु अंत में हम एक उल्लेखीय नतीजे पर पहुंच जायेंगे और उसके बाद हम उसे सार्वजनिक करेंगे। मोहम्मद नईम ने अफ़ग़ान सरकार से वार्ता के साथ सैनिक हमलों के संबंध में भी कहा कि हमने युद्ध आरंभ नहीं किया है बल्कि अतिग्रहणकारियों और उनके साथ खड़े रहने वालों ने आरंभ किया है और हमने आरंभ में वार्ता की मेज़ पर आने का प्रस्ताव दिया था परंतु सरकार का रवैया अन्यायपूर्ण था इस आधार पर युद्द्ध के अलावा हमारे पास कोई विकल्प ही नहीं बचा था।
तालेबान गुट के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता ने इसी प्रकार कहा कि इस गुट को संचार माध्यमों ने अपने हमलों का लक्ष्य बनाया है इस आधार पर तालेबान विरोधी बातें संचार माध्यमों में अधिक हो गयी हैं और जो संचार माध्यम अमेरिका की ओर झुकाव रखते हैं उनमें तालेबान के ख़िलाफ़ अधिक बातें प्रसारित हो रही हैं।