अलमसीरा टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार लहिज प्रांत के स्थानीय सूत्रों ने बताया है कि सऊदी सैनिकों ने संयुक्त अरब इमारात के सैनिकों को अनएनद छावनी से बाहर निकाल दिया है।
इन सूत्रों का कहना है कि यूएई के सैनिकों ने अलएनद छावनी को सैन्य हेलीकाप्टरों से ख़ाली कर दिया जबकि इस छावनी में उसके ख़िलाफ़ जमकर नारे बाज़ी भी हो रही थी।
सूत्रों का कहना है कि सऊदी सैनिकों ने अलएनद छावनी का नियंत्रण स्थानीय क़बीले सबीहा के लड़ाकों के साथ ले लिया था। यूएई के सैनिक इस छावनी से इसलिए निकले क्योंकि इस छावनी में अफ़ग़ानिस्तान से लौट रहे सैनिकों को रखा जाना था।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि अमरीकी सैनिकों ने सोमवार को दसियों बक्तरबंद गाड़ियां, ड्रोन विमान और पैट्रियाट मीज़ाइल सिस्टम अलएनद छावनी में पहुंचा दिए। अमरीका, दक्षिणी यमन की अलएनद छावनी में अपनी उपस्थिति जारी रखना चाहता है।
इसी बीच कुछ सूत्रों ने अलएनद छावनी में 300 सैनिकों और सैन्य अधिकारियों को हेलीबर्न किए जाने की ख़बर दी है।
दूसरी ओर यमन की त्यागपत्र दे चुकी सरकार के निकटवर्ती सूत्रों ने बैज़ा प्रांत के मोर्चे पर हादी सरकार और सऊदी सरकार द्वारा अलक़ायदा के आतंकियों को बड़ी वित्तीय मदद की ख़बर दी है।
मंसूर हादी के एक कमान्डर अब्दुल वह्हाब अलहमीक़ानी ने अपने फ़ेसबुक एकाउंट पर लिखा कि अलबैज़ा में अलक़ायदा के सरग़ना को 500 मिलियन रियाल दिए गये हैं। उनका कहना था कि मंसूर हादी की सेना आतंकिवादियों के लिए बड़ी मात्रा में हथियार और गोले बारूद भेज रही है।
इसी बीच स्थानीय सूत्रों का कहना है कि 2015 के बाद पहली बार यमनी सेना और स्वयं सेवी बलों ने अलबैज़ा प्रांत का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। सूत्र का कहना है कि लहिज प्रांत के जलअलउर पहाड़ को आज़ाद कराने के लिए भीषण जंग हो रही है और जल्द ही अच्छी ख़बर सुनने को मिलेगी।