एली ज़ेमीर ने अपनी सेवा निवृत्ति के समारोह में कहा कि सेना के पास विभिन्न मैदानों में ख़तरों से निपटने के लिए न्यूनतम क्षमता व तैयारी है। उन्होंने कहा कि इस्राईली सेना को संख्या व स्तर की दृष्टि से मदद की ज़रूरत है ताकि वह विभिन्न मैदानों में पैदा होने वाले ख़तरों को ख़त्म कर सके। उन्होंने कहा कि संभव है कि हम एक कठिन, लम्बी और कई क्षेत्रों में लड़ाई शुरू करने पर मजबूर हों और इसी के साथ आंतरिक चुनौतियों का भी हमें सामना करना पड़ सकता है इस लिए हमें मज़बूत आरक्षित बलों की ओर से पूरी तरह सुनिश्चित हो जाना चाहिए।
इस इस्राईली जनरल ने एक से अधिक मोर्चों पर झड़पें शुरू होने के परिणामों की गंभीरता की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि ग़ज़्ज़ा पर हालिया हमला ऐसी स्थिति में हुआ कि हिज़्बुल्लाह शांत था जबकि हमें पता है कि उसकी शक्ति हमास से दस गुना ज़्यादा है। एली ज़ेमीर ने कहा कि इस्राईल को अधिक मज़बूत सैन्य बलों के साथ ही विकसित तकनीकों की भी ज़रूरत है और इस समय सेना के पास जो कुछ है, वह ख़तरों को दूर करने के लिए न्यूनतम क्षमता है।