शेख नईम क़ासिम ने शुक्रवार को प्रतिरोध के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इन्तेफ़ाज़ा के समय से लेकर अबतक फ़िलिस्तीनी राष्ट्र की क्षमता में लगातार वृद्धि हुई है और उसने सफलताएं अर्जित की हैं।
हिज़बुल्लाह के उप महासचिव का कहना था कि फ़िलिस्तीनी राष्ट्र ने अपनी आंखों से देखा कि लेबनानी बहुत ही कम संभावनाओं के साथ अपने दुश्मन से विजयी हुए। उन्होंने कहा कि प्रतिरोध की बदौलत अरब राष्ट्र बेदार हुए।
शेख नईम के अनुसार कमज़ोर लेबनान इस समय मज़बूत हो चुका है और यह सब प्रतिरोध की देन है। उन्होंने कहा कि बैतुल मुक़द्दस की तलवार नामक आपरेशन ने अपने प्रभाव छोड़े हैं जो भविष्य में दिखाई देंगे।
याद रहे कि फ़िलिस्तीनियों के विरुद्ध इस्राईल ने 10 मई को ग़ज़्ज़ा में युद्ध आरंभ किया था जो 21 मई तक चला। बाद में इस्राईल के मंत्रीमण्डल की ओर से युद्ध विराम की मांग तथा कुछ विदेशी शक्तियों की मध्यस्थ्ता के बाद यह युद्ध समाप्त हो गया।