इराक़ी सरकार की कैबिनेट के प्रवक्ता हसन नाज़िम ने मंगलवार को कैबिनेट की बैठक के दौरान उल्लेख किया कि प्रधान मंत्री मुस्तफ़ा अल-काज़ेमी ने चीन के साथ हुए समझौते को लागू करने का आदेश जारी किया है, इसलिए कि इस समझौते के कार्यान्वयन में काफ़ी समय लगेगा।
नाज़िम का कहना था कि बग़दाद सरकार इराक़ के लिए एक नया भविष्य चाहती है, जिसमें इराक़ अन्य देशों को लिए एक महत्वपूर्ण केन्द्र होना चाहिए।
इराक़ी प्रधान मंत्री के आर्थिक मामलों में सलाहकार मोहम्मद सालेह ने भी कहा है कि बग़दाद-बीजिंग समझौता पिछले साल लागू नहीं हो सका, लेकिन इस साल का बजट पारित होने के बाद इसे लागू किया जाएगा।
ग़ौरतलब है कि इराक़ के पूर्व प्रधान मंत्री आदिल अब्दुल मेहदी सितम्बर 2019 को पांच दिवसीय दौरे पर बीजिंग गए थे, जहां व्यापार, सुरक्षा, निर्माण, दूर संचार और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में 8 समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे, जिसे वाशिंगटन ने इराक़ की अमरीका से दूरी और पूरब से निकटता हासिल करने के प्रयास के रूप में लिया और बग़दाद पर अभूतपूर्व दबाव डालना शुरू कर दिया।
इराक़ सरकार द्वारा बग़दाद-बीजिंग समझौते के जीवित होने पर बल देने के बावजूद, कुछ इराक़ी सांसदों का कहना है कि अमरीका के हस्तक्षेप और दबाव के कारण, अल-काज़ेमी सरकार इसके कार्यान्वयन से पीछे हट रही है।