इरना के मुताबिक़, इराक़ी सांसदों का मानना है कि अमरीका, इराक़ के संसदीय चुनाव पर अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की निगरानी के बहाने चुनाव का सही आयोजन नहीं होने देगा।
सादेक़ून धड़े के प्रतिनिधि फ़ाज़िल जाबिर ने संसद में कहा कि अमरीकी दूतावास ने इराक़ के संसदीय चुनाव पर अंतर्राष्ट्रीय निगरानी के बहाने कुछ राजनैतिक हल्क़ों से संपर्क किया है।
इराक़ी संसद में अल्फ़त्ह धड़े के प्रतिनिधि हामिद अलमूसवी ने कहा कि वरिष्ठ धार्मिक नेतृत्व ने भी चुनाव के विषय में अमरीकी हस्तक्षेप और अतंर्राष्ट्रीय प्रभाव का विरोध किया है।
इराक़ में मध्यावधि संसदीय चुनाव 10 अक्तूबर को होंगे।
इराक़ी सांसदों ने इसी तरह देश के सुरक्षा मामलों और उसका ब्योरा हासिल करने के लिए अमरीकी हस्तक्षेप की ओर से सचेत किया।
इसी तरह उन्होंने बग़दाद में अमरीकी दूतावास की ग़ैर क़ानूनी गतिविधियों का उल्लेख करते हुए इराक़ सरकार से अमरीका की इन गतिविधियों पर लगाम लगाने की मांग की।
इराक़ी जनता और बहुत से गुट अपने देश से आतंकवादी अमरीकियों को बाहर निकालने के इच्छुक हैं। इराक़ी संसद में अमरीकी आतंकियों को निकाल बाहर करने का प्रस्ताव भी पास हो चुका है।