रजब की पहली तारीख़ सन 57 हिजरी क़मरी को पवित्र नगर मदीने में इमाम मुहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम का जन्म हुआ था। आपके पिता ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम भी इमाम थे और आपके सुपुत्र जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम भी इमाम अर्थात ईश्वरीय मार्गदर्शक थे।
ज्ञान के विस्तार के क्षेत्र में इमाम मुहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम ने जो प्रयास किये हैं वे रहती दुनिया तक अमर रहेंगे।इमाम मुहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम की नज़रों में केवल ज्ञान हासिल करना काफ़ी नहीं है बल्कि उसके प्रसार के लिए भी अथक प्रयास करने चाहिए। इस काम को उन्होंने अपने जीवन में व्यवहारिक करके दिखाया।
इस्लामी गणतंत्र ईरान की रेडियो एवं टेलिविज़न सेंटर, आईआरआईबी की ओर से इमाम मुहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के अवसर पर हम विश्वभर के स्वतंत्रता प्रेमियों की सेवा में हार्दिक बधाई पेश करते हैं।