फ़ार्स न्यूज़ एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार सायरून धड़े के प्रमुख बद्र अज़्ज़ियादी का कहना है कि कुछ विदेशी दबाव की वजह से आतंकियों को सज़ाए मौत नहीं दी जा पा रही है।
उन्होंने अलमालूमा वेबसाइट से बात करते हुए कहा कि आतंकवादी गुट दाइश के अधिकतर आतंकियों का संबंध, जो इराक़ी जनता के जनसंहार में शामिल हैं, फ़ार्स की खाड़ी के कुछ तटवर्ती देशों और अन्य देशों से है।
उन्होंने इस बात की ओर संकेत करते हुए कि राष्ट्रपति बरहम सालेह पर आतंकियों की सज़ाए मौत की पुष्टि रोकने का दबाव है, राष्ट्रपति से मांग की है कि वह आतंकियों की सज़ाए मौत के आदेश की तुरंत पुष्टि करें।
उनका कहना था कि आतंकियों को सज़ाए मौत न दिए जाने की वजह से उनमें यह उम्मीद जग गयी है कि वह इराक़ी राष्ट्र को निशाना बनाते रहें, उनका कुछ बिगड़ने वाला नहीं है।