इराक़ी संसद में शनिवार दोपहर को एक शोकसभा का आयोजन किया गया, जिसमें इराक़ की कई महत्वपूर्ण राजनीतिक हस्तियों ने भाग लिया।
इराक़ी संसद में अल-सनद अल-वतनी गठबंधन के प्रमुख अहमद अल-असदी ने कहा कि इन शहीदों ने अपने देशों की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी और हमेशा के लिए प्रतिरोध का प्रतीक बन गए।
अल-असदी ने दोनों शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए देश के ग्रांड आयतुल्लाह सीस्तानी के शोक संदेश का उल्लेख किया और कहा कि जनरल सुलेमानी ने इराक़ में दाइश के आतंकवादियों को पराजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इस मार्ग में उन्होंने काफ़ी कठिनाईयां सहन कीं।
ग़ौरतलब है कि 3 जनवरी 2019 को बग़दाद एयरपोर्ट के निकट जनरल सुलेमानी और कमांडर अल-मोंहदिस की कार पर अमरीकी ड्रोन विमानों ने मिसाइल हमला करके उन्हें शहीद कर दिया था।