प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत सरकार ने सऊदी अरब से ग़लती को सुधारने के लिए कहा जिसमें खाड़ी देश ने जी-20 बैंक नोट में भारत की सीमाओं का ग़लत चित्रण किया था। भारत सरकार ने सऊदी से नक़्शे को ठीक करने के लिए त्वरित क़दम उठाने की मांग की है। बता दें कि सऊदी अरब के नए 20 रियाल के नोट पर प्रिंट किए गए वैश्विक मानचित्र में जम्मू-कश्मीर और लेह को भारत के हिस्से के रूप में नहीं दिखाया गया है और इसी पर भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।
सऊदी अरब की अगुवाई में हाल ही में जी-20 की बैठक होने वाली है और उसी मौक़े पर सऊदी ने 20 रियाल का नया नोट जारी किया है। इस नए नोट में किंग सलमान की तस्वीर, जी-20 सऊदी समिट का लोगो और जी-20 देशों का नक़्शा दिखाया गया है। सऊदी अरब मौद्रिक प्राधिकरण ने इस नोट को 24 अक्टूबर को छापा था। जी-20 की वर्चुअल बैठक 21-22 नवंबर को होने वाली है और नक़्शे को लेकर बैठक से पहले ही विवाद खड़ा हो गया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने अपने एक बयान में कहा है कि, "हमने सऊदी अरब को नई दिल्ली में उनके राजदूत के माध्यम से और रियाज़ में भी अपनी गंभीर चिंता से अवगत करा दिया है और सऊदी अरब से कहा है कि इस बारे में जल्द सही क़दम उठाएं।" साथ ही उन्होंने कहा, "मैं फिर एक बार कहना चाहूंगा कि केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का संपूर्ण हिस्सा भारत का अभिन्न हिस्सा है।"
उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब द्वारा जारी की गई 20 रियाल की नोट में छपे नक्शे में जम्मू और कश्मीर, जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भी शामिल है उसे एक अलग हिस्सा दिखाया गया है। यानी उसे ना भारत और ना ही पाकिस्तान का हिस्सा दर्शाया गया है।