इराक़ी स्वंय सेवी बल के कमांडर, मुहम्मद अलबसरी ने बताया कि अमरीकी दूतावास ने रिज़वानिया रिहाइशी इलाक़े में बमबारी करायी थी।
उन्होंने बताया कि अमरीकी दूतावास ने बमबारी में मारे जाने वालों के घरवालों को हर्जना देने की पेशकश की थी लेकिन परिवार वालों ने अमरीका से हर्जाना लेने से इन्कार कर दिया।
इराक़ी सेना की संयुक्त कमान ने 29 सितंबर को बताया था कि बगदाद के रिज़वानिया इलाक़े में एक मकान पर बमबारी में 5 लोग मारे गये और 2 अन्य घायल हो गये।
अमरीकियों ने इस बमबारी का आरोप, इराक़ के प्रतिरोधक गुटों पर लगाया था लेकिन अब जांच के बाद पता चला है कि बमबारी के पीछे अमरीकी दूतावास था।
इसी मध्य इराक़ के प्रतिरोधक गुट असाएब अहलुलहक़ के महासचिव क़ैस खज़अली ने मांग की है कि फरहानिया घटना की जांच पूरी करके ज़िम्मेदारों को न्यायालय के हवाले किया जाए।
याद रहे एक आतंकवादी गुट ने गत शनिवार को सलाहुद्दीन प्रान्त से 12 लोगों का अपहरण किया जिसमें से 8 लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी और 4 लोगों का कोई पता नहीं है।
इराक़ के स्वंय सेवी बल को बदनाम करने के लिए इन लोगों ने अलहश्दुश्शाबी की वर्दी पहन रखी थी लेकिन जांच के बाद पता चला कि यह सब दाइश के आतंकवादी थे।