जाफ़र अलहुसैनी ने एक न्यूज़ वेबसाइट से बात करते हुए सऊदी अरब के विदेश मंत्री फ़ैसल बिन फ़रहान के इराक़ के हालिया दौरे और प्रधानमंत्री मुस्तफ़ा अलकाज़ेमी से उनके मुलाक़ात की तरफ़ इशारा किया और कहा कि इराक़ व सऊदी अरब के बीच कूटनैतिक संबंधों की स्थापना की शर्त, रियाज़ की ओर से इराक़ी जनता से माफ़ी मांगना और सऊदी समर्थित आतंकी गुटों के हाथों मारे गए लोगों के परिजनों को हर्जाना अदा करना है। उन्होंने इराक़ में अमरीकी सैनिकों के अपराधों की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि अगर अमरीकी इराक़ से बाहर नहीं निकले तो प्रतिरोधकर्ता गुट उन्हें बाहर निकालने की ज़िम्मेदारी ले लेंगे।
इराक़ की हिज़्बुल्लाह ब्रिगेड के प्रवक्ता ने आईआरजीसी की क़ुद्स ब्रिगेड के कमांडर जनरल क़ासिम सुलैमानी और इराक़ी स्वयं सेवी बल के उप कमांडर अबू महदी अलमुहंदिस की हत्या के अमरीका के अपराध की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि निश्चित रूप से शहीद कमांडरों के ख़ून का बदला लिया जाएगा। इराक़ में अमरीका के आतंकी सैनिकों ने तीन जनवरी को एक ड्रोन हमले में जनरल क़ासिम सुलैमानी और शहीद अबू महदी अलमुहंदिस को शहीद कर दिया था।