AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : parstoday
रविवार

2 अगस्त 2020

6:56:23 pm
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इराक़ में समय पूर्व संसदीय चुनाव की तारीख़ के निर्धारण पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं, संसद सभापति का अर्थपूर्ण कटाक्ष, मुस्तफ़ा अलकाज़ेमी की राह आसान नहीं ...

इराक़ के प्रधानमंत्री मुस्तफ़ा अलकाज़ेमी ने देश में समय पूर्व संसदीय चुनाव के लिए छः जून सन 2021 की तारीख़ निर्धारित कर दी है।

प्रधानमंंत्री नियुक्त किए जाने के बाद मुस्तफ़ा अलकाज़ेमी की एक अहम प्राथमिकता संसद के समय पूर्व चुनावों का आयोजन है। इराक़ में अंतिम संसदीय चुनाव मई 2018 में हुए थे लेकिन अक्तूर 2019 में सरकार के विरुद्ध होन वाले प्रदर्शनों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री आदिल अब्दुल महदी ने पहली दिसम्बर को त्यागपत्र दे दिया था। मुस्तफ़ा अलकाज़ेमी की सरकार, अंतरिम सरकार है जिसका मुख्य दायित्व मध्यावधि चुनाव आयोजित कराने और स्थायी सरकार के गठन की राह समतल करना है। संसदीय चुनाव की तारीख़ के निर्धारण पर इराक़ में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। संसद सभापति मुहम्मद अलहलबूसी ने इस पर अर्थपूर्ण प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने चुनावी क़ानून के पारित होने से पहले के समय के निर्धारण पर आपत्ति की है और एक ट्वीट करके कहा है कि चुनाव 6 जून 2021 से पहले भी हो सकते हैं।

 

इराक़ के एक कुर्द नेता माजिद शिनगाली ने इस प्रतिक्रिया के बारे में कहा है कि इस ट्वीट से पता चलता है कि अलहलबूसी, संसदीय चुनाव के लिए काज़ेमी की ओर से निर्धारित की गई तारीख़ से राज़ी नहीं हैं। अलहलबूसी की प्रतिक्रिया इस प्रकार की है मानो अलकाज़ेमी संसद पर दबाव डालना चाहते हैं। इराक़ के संविधान की धारा 64 के अनुसार इस देश की संसद, सांसदों के बहुमत और एक तिहाई सांसदों के आवेदन पर या प्रधानमंत्री के आवेदन और राष्ट्रपति की मंज़ूरी से भंग होती है, इस आधार पर अगर संसदीय चुनाव 6 जून 2021 को आयोजित होते हैं तो संसद को उससे पहले भंग हो जाना चाहिए।

 

कुछ गुटों, धड़ों और नेताओं ने मध्यावधि चुनाव के लिए तारीख़ निर्धारित किए जाने का स्वागत किया है लेकिन कुछ लोगों ने इसके आयोजन के समय पर आपत्ति करते हुए इसे छः जून से पहले ही आयोजित कराए जाने की मांग की है। इराक़ी संसद में एक धड़े के नेता अदनान नीजान ने कहा है कि अगर समय पूर्व चुनाव अप्रैल 2021 में कराए जाएं तो यह जून से अधिक उचित होगा क्योंकि इस समय इराक़ का संचालन अंतरिम सरकार के माध्यम से हो रहा है। जिन लोगों ने संसदीय चुनाव की तारीख़ निर्धारित किए जाने का स्वागत किया है उनका कहना है कि निर्धारित समय पर चुनाव के आयोजन से लोग अधिक संख्या में चुनाव में भाग लेंगे और वर्तमान राजनैतिक व्यवस्था के प्रति उनके अविश्वास में कमी आएगी। एक सांसद अहमद अलअसदी ने ट्वीट करके कहा है कि सरकार व जनता के बीच विश्वास में कमी का जो संकट पैदा हुआ है उसे ख़त्म करने के लिए एक अधिक अहम क़दम यह है कि स्वस्थ और जनता की व्यापक उपस्थिति से मध्यावधि चुनाव आयोजित कराए जाएं।

 

अंतिम बात यह कि संसदीय चुनाव के समय पूर्व आयोजन के बारे में इराक़ के संसद सभापति मुहम्मद अलहलबूसी ने जो प्रतिक्रिया दिखाई है उससे पता चलता है कि इराक़ की सरकार को चुनाव के आयोजन में कठिन रास्ते का सामना है और उसे अधिक गंभीरता व मज़बूत इरादे के साथ संसदीय चुनाव के आयोजना का मार्ग समतल करना चाहिए।