सऊदी शिया धर्मगुरुओं ने एक संयुक्त बयान जारी करके कहा है कि धार्मिक विद्वानों के सम्मान पर इस्लामी सिद्धांतों और ईश्वरीय क़ानूनों में बल दिया गया है और इस्लाम, मुसलमानों से अपनी पवित्र धार्मिक मान्यताओं की रक्षा पर बल देता है।
बयान में आगे कहा गया है कि आयतुल्लाह सीस्तानी एक धार्मिक हस्ती हैं। हमारे देश और पूरी दुनिया के शियों के बीच उनका एक विशेष स्थान है। वे इराक़ी राष्ट्र के लिए तर्कसंगतता का एक स्रोत हैं। इराक़ में शांति की स्थापना और उसकी संप्रभुता की रक्षा में उनकी अहम भूमिका रही है। जुलाई 2014 को आतंकवाद और आतंकवादियों के ख़िलाफ़ संघर्ष के लिए दिए गए उनके फ़तवे ने दाइश जैसे ख़ूंख़ार आतंकवादी गुट की पराजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
शिया धर्मगुरुओं ने सऊदी अख़बार द्वारा आयतुल्लाह सीस्तानी का अपमानजनक कार्टून प्रकाशित करने की निंदा करते हुए इसे एक अनैतिक तथा ग़ैर ज़िम्मेदाराना और ग़ैर पेशेवराना क़दम ठहराया।
बयान में कहा गया है कि इस तरह के कृत्यों से मुसलमानों में फूट पड़ती है और देश की सुरक्षा व स्थिरता ख़तरे में पड़ जाती है।
लेबनान के इस्लामी प्रतिरोधी संगठन हिज़्बुल्लाह ने भी सऊदी अख़बार द्वारा आयतुल्लाह सीस्तानी का अपमान किए जाने की कड़ी निंदा की है।
हिज़्बुल्लाह का कहना है कि आयतुल्लाह सीस्तानी ने हमेशा इराक़ में राष्ट्रीय एकता और राजनीतिक स्थिरता पर बल दिया है। इसलिए जो शक्तियां, उन्हें निशाना बना रही हैं, वास्तव में वह इराक़ में फूट डालने और उसका विभाजन करने की साज़िश रच रही हैं।