समाचार एजेंसी इर्ना की रिपोर्ट के मुताबिक़, यमन की अल-हुदैदा बंदरगाह के अधिकारियों का कहना है कि हमलावर सऊदी गठबंधन ने ऐसे 15 समुद्री मालवाहक जहाज़ों को रोक लिया है जिनमें 42 लाख टन से अधिक ईंधन है। इन जहाज़ों को पिछले 75 दिनों से रोक रखा है और उन्हें अल-हुदैदा बंदरगाह पर उतारने की भी अनुमति नहीं दे रहा है। यमन की राष्ट्रीय तेल कंपनी के प्रवक्ता अमीन अश्शबाती ने इससे पहले बताया था कि, कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव के बावजूद हमलावर सऊदी गठबंधन समुद्र में जहाज़ों से खाद्य पदार्थों और ईंधन की चोरी कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि, कोरोना वायरस की महामारी से पहले ही यमनी नागरिक डेंगू, मलेरिया और हैज़ा जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिनकी वजह से अब कोरोना वायरस से यमनी राष्ट्र को गंभीर ख़तरे का सामना है। स्वयं राष्ट्र संघ भी यमन में फैलते कोरोना वायरस पर अपनी चिंता जताते हुए चेतावनी दे चुका है। लेकिन इन सबके बावजूद जिस देश को इस समय सबसे ज़्यादा मानवता प्रेमी मदद की ज़रूरत है उस देश पर सऊदी अरब अमेरिका और कुछ पश्चिमी देशों की मदद से लगातार बम बरसा रहा है।