अभी कुछ हफ्ते पहले की बात है कि इस्राईली मीडिया में खबर आयी कि इसी गोलानी युनिट के 14 कमांडोज़ को गाड़ी से कुचल दिया गया है और यह हमला दो बार में किया गया। गाड़ी चढ़ाने वाला फिलिस्तीनी, हमला करके भाग भी गया। इस्राईली पुलिस ने बताया कि बाद में वह गाड़ी बरामद कर ली गयी जिससे उसने इस्राईली सैनिकों पर हमला किया था। यह घटना बैतलहम के निकट हुई थी। इस्राईली मीडिया के अनुसार पुलिस ने इस " आतंकवादी " हमले की जांच शुरु कर दी है।
इस्राईल के चैनल 11 ने गुरुवार को को एक वीडियो क्लिप दिखायी है जिसमें इस्राईली सैनिकों को कार से रौंदने की इस घटना को देखा जा सकता है। यह हमला बैतुलमुक़द्दस में रात ढाई बजे हुआ था।
इस्राईली टीवी के रिपोर्टर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि " हालांकि बात गोलानी युनिट के खतरनाक कमांडोज़ की हो रही है लेकिन इतने सारे सैनिकों और कमांडोज़ में से किसी में भी उस फिलिस्तीनी कार चालक का सामना करने की हिम्मत नहीं थी और किसी भी सैनिक ने इस पूरे हमले के दौरान, फिलिस्तीनी कार चालक पर एक गोली भी नहीं चलायी बस जैसा कि वीडियो क्लिप में नज़र आ रहा है, गोलानी युनिट के 38 कमांडोज़, डर से इधर उधर भागते हुए और छुपने की जगह ढूंढ रहे हैं, और वह सब भाग कर एक घर के पीछे छिप जाते हैं, हमले के बाद भी गोलानी युनिट के यह कमांडोज़, हमला करने वाले फिलिस्तीनी का पीछा भी नहीं करते और घर के एक खंडहर में छुपे रहते हैं। "
इस्राईली रिपोर्टर का कहना था कि " इस्राईली सेना के प्रवक्ता ने रिपोर्ट के तथ्यों की पुष्टि की है और प्रवक्ता ने यह भी कहा कि सैनिकों और पुलिस कर्मियों की प्रतिक्रिया गलत थी और उस तरह तो बिल्कुल नहीं थी जैसा कि इस्राईली सेना की होनी चाहिए। "
इस्राईल की सुरक्षा एजेन्सियों को शक है कि हमला करने वाला फिलिस्तीनी, बैतुलमुक़द्दस का अरब नागरिक हो सकता है। इस्राईली मीडिया का कहना है कि फिलहाल हालात तनाव पूर्ण हैं और जेनीन में फिलिस्तीनी पुलिसकर्मियों ने दो इस्राईलियों पर फायरिंग कर दी जिसके बाद हालात काफी तनाव पूर्ण हैं।
याद रहे अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सेंचुरी डील के लागू होने और पश्चिमी तट के कुछ हिस्सों को इस्राईल से जोड़ने की घटना के बाद इस्राईल और फिलिस्तीनियों के बीच तनाव बढ़ गया है।